शाहजहांपुर(स्पेशल रिपोर्ट)। होली पर निकलने वाले छोटे व बड़े लाट साहब का जलूस शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। बड़े लाट लाट साहब का जुलूस चौक क्षेत्र स्थित फूलमती मंदिर से लाट साहब को मत्था टेकने के बाद चौक कोतवाली आया। वहां पर कोतवाल ने लाट साहब को सलामी देने के साथ इनाम भी दिया। अंग्रेजी शासन के दौरान गवर्नर जनरल को लाट साहब के नाम से खिताब किया जाता था और यह जुलूस अंग्रेज शासकों के जुल्म ज्यादती के खिलाफ आक्रोश के प्रतीक के तौर पर हर साल शाहजहांपुर में निकाला जाता है। इस जुलूस में लाट साहब को बैलगाड़ी पर तख्त डाल कर बिठाया गया तथा सिर पर हेलमेट भी पहनाया गया ताकि चोट ना लगे। इसके अलावा उनके ऊपर झाड़ू से हवा की जाती रही। होरियारे लोग लाट साहब की जय बोलते हुए उन्हें जूते मारते रहे। छोटे लाट साहब का जुलूस थाना आरसी मिशन क्षेत्र के सराय काइयां से शुरू हुआ जो पक्केपुल, दलेलगंज, पुत्तूलाल चौराहा, गढ़ी गाड़ीपुरा होते हुए सराय काइयां में सम्पन्न हुआ। इस दौरान भारी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स व पीएसी बल तैनात रहा। इस दौरान डीएम व एसपी समेत आला अधिकारी जुलूस की पल पल की खबर लेते रहे और आगे आगे जुलूस की निगरानी रहे।
प्रशासन ने जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था में 10 सीओ, 50 निरीक्षक, 200 उपनिरीक्षक, 1000 कांस्टेबल्र, एक कंपनी आरएएफ और एक कंपनी पीएसी लगाई। होली पर लाट साहब के जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से निकालने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी। शहर में आठ समेत जिले में 24 लाट साहब के जुलूस निकाले गए। शहर में बड़े लाट साहब के जुलूस के रूट को तीन और छोटे लाट साहब के जुलूस को तीन जोन में बांटा गया था। शहर में 221 समेत जिले में 2855 स्थलों पर होलिका दहन किया गया।
बड़े लाट साहब के जुलूस के लिए नगर निगम ने 67 स्थानों पर बैरिकेडिंग की। मार्ग में पड़ने वाले 20 धार्मिक स्थलों को ढक दिया गया था। छोटे लाट साहब के जुलूस में 29 स्थानों पर बैरिकेडिंग की जा गयी और 10 धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढक दिया गया था। नगर निगम की ओर से होलिका दहन स्थल के आसपास लाइट की व्यवस्था की गई थी। जुलूस की निगरानी में छह ड्रोन कैमरा और 20 वीडियो कैमरामैन छतों आदि पर रिकार्डिंग के लिए लगाए गए थे। 150 सीसीटीवी कैमरों से जुलूस की निगरानी की गई।