शाहजहांपुर। शाहजहांपुर वासियों को बहुत जल्द ही एक बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। स्वामी शुकदेवानन्द राज्य विश्वविद्यालय शीघ्र ही व्यावहारिक धरातल पर उतरेगा,स्वामी शुकदेवानन्द जी के नाम से भविष्य में स्वामी शुकदेवानन्द राज्य विष्वविद्यालय का संचालन शीघ्र ही किया जायेगा. जोकि शाहजहांपुर जनपद के शैक्षिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। स्वामी शुकदेवानन्द राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण में आ रही कतिपय बाधाओं को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े निर्देश दिए हैं। सबकुछ ठीक रहा तो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शाहजहांपुर का नाम इतिहास में दर्ज हो जायेगा।
प्रस्तावित विश्वविद्यालय को मूर्तरूप देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुमुक्षु आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता व पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया.स्वामी चिन्मयानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास 5 कालीदास मार्ग पर हुई वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा है कि स्वामी शुकदेवानन्द राज्य विष्वविद्यालय की स्थापना को लेकर जो भी अड़चने आ रही हैं,उन्हे शीघ्र दूर किया जाये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रस्तावित विश्वविद्यालय के संबंध में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल, आवास आयुक्त बलकार सिंह और मुख्यमंत्री के सचिव राकेश सिंह चैहान से विधिक और शैक्षणिक अड़चनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए।
स्वामी चिन्मयानंद ने मुख्यमंत्री योगी को अवगत कराया कि कैबिनेट नोट पर जो ओपिनियन मांगी गई थी,उसमें आवास विभाग की ओपियनियन नहीं पहुंची। जिस पर मुख्यमंत्री ने आवास आयुक्त को निर्देश दिए कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय में आ रही अड़चनों को अविलम्ब दूर किया जाये और कैबिनेट नोट को कैबिनेट के समक्ष पेश करें।
स्वामी चिन्मयानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आवास आयुक्त को लाॅ कालेज के साथ लगी भूमि को अधिग्रहीत करने और मुमुक्षु आश्रम परिसर में सुबोध सेठ के नाम से दर्ज भूमि का स्टेटस तलब किया है। इस बारे में प्रमुख सचिव ने मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए है कि सेठ परिवार से बात करके प्रकरण में आ रही विधिक अड़चन को दूर किया जाये और किसी को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से कोई निर्णय न हो। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिस भूमि को सेठ परिवार का बताया जा रहा है वह बंदोवस्त में मुमुक्षु आश्रम के नाम दर्ज है,मुख्यमंत्री ने उसमें सुधार किये जाने के निर्देश दिए है।
स्वामी चिन्मयानंद ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि आवास विकास कालोनी में बन रही एसटीपी आवास क्षेत्र में है और कालेज के बिल्कुल निकट है जिससे कालेज में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। स्वामी चिन्मयानंद ने बताया कि इस एसटीपी की मंजूरी 15 वर्ष पूर्व की गई थी,लेकिन उसका निर्माण अब कराया जा रहा है.एसटीपी में संशोधित जल के निकलने का विवरण भी नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव को निर्देश दिए कि जल निगम के अधिकारियों से जानकारी लेकर इस अड़चन को अविलंब दूर किया जाये,जिससे प्रस्तावित विश्वविद्यालय को स्वीकृत प्रदान करने में कोई बाधा न उत्पन्न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वामी चिन्मयानंद के बीच लगभग एक घंटा तक वार्ता चली,मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित स्वामी शुकदेवानन्द राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़े सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं,कि सभी कानूनी अड़चनों को अविलंब दूर करें,वार्ता के दौरान प्रबंध समिति के डा.अवनीश मिश्रा भी मौजूद रहे।