लखनऊ(रुद्राक्ष आवाज)। उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठनात्मक दृष्टि से 70 जिला और महानगर अध्यक्षों की घोषणा के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए रेस तेज हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए कई नामों की चर्चा चल रही है। बीजेपी उसी चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी में है जो 2027 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को बंपर सीटें दिलवा सके।
बीजेपी 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों की तरह इस बार भी OBC चेहरे पर दांव लगा सकती है। इसके लिए सही नाम पर लगातार मंथन किया जा रहा है। हालांकि पार्टी के कुछ नेताओं का यह भी मत है कि ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए ब्राह्मण चेहरे पर भी दांव लगाया जा सकता है। संभावना यह है कि इस महीने के आखिर तक नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा भी कर दी जाए। 2027 का विधानसभा चुनाव भी बीजेपी मौजूदा सीएम योगी की अगुआई में ही लड़ेगी। इसलिए भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बार भी ऐसे चेहरे पर ही दांव लगाएगा, जिसका योगी से अच्छा तालमेल हो। पिछड़े चेहरे के रूप में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह और सांसद बाबू राम निषाद के अलावा प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य का नाम भी रेस में है।